विश्व मानसिक स्वास्थ्य की शुभकामनाएं
आप सभी को विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।
इस साल थीम के रूप में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2019: आत्महत्या की रोकथाम और सुरक्षा। विश्व में भारत आत्महत्या के मामले में पहिले स्थान पर है। हर साल 80,000 आत्महत्या के केस भारत में पाए जाते है। मतलब हर 40 सेकंड में एक और यह सब जीवन में आने वाले समस्याओं के अवसाद(Depression) के कारण होता है। इस लिए मानसिक स्वास्थ्य आपके जीवन में कितना महत्वपूर्ण है यह भी दिखाई देता है।
अवसाद के परिस्थितियों में एक आम इंसान रोज-मरा के जीवन में अनुभव करता है। कुछ परिस्थिति ऐसी होती है जिसमें से हर कोई इंसान आसानी से बाहर नही निकल पाता है। ऐसे स्थिति में आप क्या करे उस बारे में हम कुछ सुझाव देना चाहते है जिससे आप अवसादजन्य स्थिति से बाहर निकलने के लिए मद्दत हो सकती है।
1. अपने परिजनों से बात करे।
जैसे, मित्र-परिवार जो आपको अपने बातो को गंभीरता से समझें।
2. जल्द से जल्द अपना परिवेश से दूर या कही घुम्म के आये जिससे आपको आपका मन को समझाने को मद्दत मिले।
3. आप के मन में आत्महत्या जैसे विचार आये तो आप जल्द जल्द एक मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता से मद्दत ले। परामर्शदाता यह एक प्रशिक्षित व्यक्ति होता है जो आपके अवसादग्रस्त स्थिति को ठीक करने में पूरी तरह से सक्षम होता है।
यह कुछ आवश्यक सुझाव है जिससे आप मानसिक स्वास्थ्य को ठीक और आत्महत्या जैसे परिस्थिति से सुरक्षा कर सकते है।
स्वास्थ्य अच्छा रखे स्वच्छ रहे।
धन्यवाद।
शोधार्थी
चंद्रकांत म. बावनकुळे
(एम.फिल.मनोविज्ञान)
इस साल थीम के रूप में विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस 2019: आत्महत्या की रोकथाम और सुरक्षा। विश्व में भारत आत्महत्या के मामले में पहिले स्थान पर है। हर साल 80,000 आत्महत्या के केस भारत में पाए जाते है। मतलब हर 40 सेकंड में एक और यह सब जीवन में आने वाले समस्याओं के अवसाद(Depression) के कारण होता है। इस लिए मानसिक स्वास्थ्य आपके जीवन में कितना महत्वपूर्ण है यह भी दिखाई देता है।
अवसाद के परिस्थितियों में एक आम इंसान रोज-मरा के जीवन में अनुभव करता है। कुछ परिस्थिति ऐसी होती है जिसमें से हर कोई इंसान आसानी से बाहर नही निकल पाता है। ऐसे स्थिति में आप क्या करे उस बारे में हम कुछ सुझाव देना चाहते है जिससे आप अवसादजन्य स्थिति से बाहर निकलने के लिए मद्दत हो सकती है।
1. अपने परिजनों से बात करे।
जैसे, मित्र-परिवार जो आपको अपने बातो को गंभीरता से समझें।
2. जल्द से जल्द अपना परिवेश से दूर या कही घुम्म के आये जिससे आपको आपका मन को समझाने को मद्दत मिले।
3. आप के मन में आत्महत्या जैसे विचार आये तो आप जल्द जल्द एक मनोवैज्ञानिक परामर्शदाता से मद्दत ले। परामर्शदाता यह एक प्रशिक्षित व्यक्ति होता है जो आपके अवसादग्रस्त स्थिति को ठीक करने में पूरी तरह से सक्षम होता है।
यह कुछ आवश्यक सुझाव है जिससे आप मानसिक स्वास्थ्य को ठीक और आत्महत्या जैसे परिस्थिति से सुरक्षा कर सकते है।
स्वास्थ्य अच्छा रखे स्वच्छ रहे।
धन्यवाद।
शोधार्थी
चंद्रकांत म. बावनकुळे
(एम.फिल.मनोविज्ञान)
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